सफल इंसान पर घटना का एक अच्छा पहलू खोज निकलता है जिससे उसका उत्साह कभी समाप्त नहीं होता उसके लिए सांप भी सीढ़ी बन जाता है हर समस्या चुनौती बन जाती है.।

प्र●1● सफल इंसान हर घटना का एक अच्छा कल्लू खुश निकालता है जिससे उसका उत्सव कभी समाप्त नहीं होता उसके लिए शाम की सीढ़ी बन जाता है हर समस्या चुनौती बन जाती है.!

1,july,2018

◆ मनुष्य का मन कभी एक और भटकता है तो कभी दूसरी और यह स्थिति नहीं रहता इसलिए इसे चंचल कहा जाता है मन की वजह से ही इंसान अपने दृढ़ निश्चय और संकल्प पर कार्य नहीं रह पाता हमें जब भी किसी प्रकार की दुविधा महसूस हो तो जल्दबाजी में कोई भी निर्णय ना लेते हुए अच्छी तरह सोच विचार कर यानी शांत मन से निर्णय लेना चाहिए और उसके बाद ही निर्णय पर अमल करना चाहिए यदि हम अपने मन पर काबू कर ले तो विकास नियम आपकी मुट्ठी में है क्योंकि तब हम उस एक शक्ति पर विजय पा लेंगे जो यह सजा में सबसे बड़ी बाधा है गौतम बुद्ध ने कहा है हम जो हैं वह सब विचारों का फल है मन ही सब कुछ है जो हम सोचते हैं वही बन जाते हैं जैसे विचार वैसे कार्य वैसे परीणाम है जिनसे हमें परिणामों की फसल मिलती है इस तरह हम देखते हैं कि इंसान के मानसिक स्तर के आधार पर ही अन्य छात्रों का विकास होता है मानसिक स्तर का आपके जीवन की नीव है इस नीव को मजबूत करना आपकी जिम्मेदारी है इस न्यू को मजबूत करने के बाद आप जीवन के बाकी सत्रों में आसानी से विकास कर पाएंगे इसलिए शुरुआत मानसिक विकास से करते हैं इंसान का मन कुदरत की सर्वोत्तम रचना है यह मन हर शरीर में अलग अलग ढंग से लेकिन एक जैसे विकारों के साथ कार्य करता है विकास पथ पर चलते हुए आपको अपने मन की आदतों को पहचान कर उसे ठंड निर्मल आज्ञाकारी तथा प्रेमपूर्ण बनाना है गुस्सा व्देष गलानी चिंता भय तुलना जैसे सभी विकारों से मुक्त पाना यह विकास पथ पर उठाया गया महत्वपूर्ण कदम एक एक बार एक इंसान को किसी अंधेरी गुफा में रात गुजारनी पड़ी मन ही मन वह वह डर रहा था अचानक उसे महसूस हुआ कि उसके नजदीक ही कहीं साथ भी मौजूद थे डर के मारे उसे पसीना छूटने लगा इस विचार की वजह से वह रात भर सो नहीं पाया डर-डर कर और सिकुड़कर उस गुफा में बैठे हुए वह सुबह का इंतजार करने लगा जब सुबह हुई तो उसे पता चला कि रात के अंधेरे में जो उसे साफ प्रतीत हो रहा था वह हकीकत में रची थी केवल सांप के विचार की वजह से ही वह रात भर करता रहा इसी बात इंसान के ईमान के साथ ही है माया के अंधेरे में जब आप खुश होते हैं तो भयभीत हो जाते हैं लेकिन जब सत्य की रोशनी में मनन के प्रकाश में आसपास के परिवेश और वस्तुओं को देखते हैं तो सब कुछ साफ़ दिखाई देने लगता है क्या इस वक्त समस्या की कोई छुट्टी रस्सी आपको बड़ा सांप तो नहीं लग रही इस पर मनन गुफा में जाकर दर्शन करें प्रवेश नियम अंतरण में प्रवेश करते वक्त आपको यह तय करना है कि आप कितने समय तक वहां पर रुकने वाले हैं इस बात का पूरा ख्याल रखे की गुफा में चले जाने की वजह से आपके बाकी कार्यों में दिक्कत आ ना जाए अगर आपने पहले नहीं हमने अनियमितता बरती तो आप वहां तक नहीं पहुंच पाएंगे जहां पर आपको पहुंचना चाहिए इसलिए हमेशा समय सीमा तय करें तो बेहतर होगा आलसी लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं है अगर आप अपना आलस बाहर रख कर अंदर प्रवेश करें तो ही आगे का सफर आसानी से हो सकता है जिससे नॉलेज गुफा में प्रवेश करेगा उस क्षण आप स्वयं को गुफा के बाहर पाएंगे आलस इंसान का शत्रु है उसकी प्रकृति ने बांधा है वह जमीन से क्लीन जिन्होंने आत्म विकास का स्वामी माना जाता है यही बात जानकर कहा था कि आलस वह मंत्र सागर है जो सभी सद्गुणों को निगल लेता है इसलिए आलस क्या करें विकास की तैयारी करें रोज थोड़ा थोड़ा बटन आवश्यक करें विचारों का प्रवेश करने दें इस समय के दौरान मन में सच्चे विकास के विचारों के अलावा और किसी भी विचार को प्रवेश की अनुमति नहीं होती जिसका नाम मनन के अलावा बाकी विचारों की तरफ ध्यान देंगे उस क्षण आप कार्य में सफल हो जाएंगे चेतावनी गहराई तक पहुंचने के बाद कई बार आपकी भावनाएं थी वह होने की संभावना है क्योंकि आप जीवन के हर क्षेत्र और समय के बारे में सोचने वाले हो सकता है कि भूतकाल भर सोचते सोचते आपके सामने कुछ ऐसी घटनाएं आए जिसकी वजह से आपको तकलीफ हो धूप हो गुस्सा आएगा आपका मन भावनाओं से भर जाए विकास पथ पर चलने के आवश्यक गुड जैसे कि विकास नियम के अनुसार अपनी सोच संभावनाओं को हासिल करने के लिए स्वयं ने यह गुन लाएं इमानदारी आत्म विकास के लिए सबसे आवश्यकता गुण हैं सोए के साथ ईमानदारी अगर आप सोए के साथ कपट करते हैं तो मनन का कोई फायदा नहीं होगा विकास की राह पर चलने वाले लोग कभी गाने नहीं बनाते ही अपनी जिम्मेदारी से नहीं भेजते वह हमेशा इमानदारी की राह पर चलते हुए आगे बढ़ते हैं स्वीकार भाव विकास पथ पर चलने हुए आप सभी के बारे में बहुत सारी नई बातें जानेंगे जब सोए के अच्छे गुण आपके सामने आएंगे तब आपको खुशी होगी जब आपको अपनी कमियां दिखाई देगी तब तकलीफ होगी विकास करते हुए ऐसे सच सामने आएंगे जिन्होंने अब आप आसानी से स्वीकार नहीं कर पाएंगे ऐसे समय पर जो सच आपके सामने आए उन्हें इमानदारी स्वीकार करें अनुभव पर भरोसा इंसान को अपने अनुभव पर भरोसा रखना चाहिए लेकिन यह अनुभव सत्य का आधारित होना चाहिए सच से मुंह मोड़ कर आप जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकते इसलिए हमेशा वास्तविकता के आधार पर आगे बढ़े हमेशा सच्चा अनुभव पर भरोसा करें विश्वास विश्वास की शक्ति से ही विश्वास का हर कार्य पूरा होता है विकास पथ पर चलने हुए आप जो निर्णय लेंगे वह विश्वास के आधार पर ही पूरे हो सकते हैं इसलिए हमेशा अटूट विश्वास रखें विश्वास की शक्ति से पत्थर भी मिल जाते हैं विश्वास की शक्ति से असंभव कार्य संभव हो जाते हैं इसलिए अपना विश्वास कभी टूटने ना दें महात्मा गांधी का यह कथन याद रखें विश्वास कोई नहीं है जरा से तूफानी मौसम में कुम्हार आ जाए वह तो अटल हिमालय के समान है जिसे बड़े से बड़ा तूफान भी नहीं हिला सकता अन्यथा स्वयं कभी भी आकार को प्रवेश न फनकार विकास का सबसे बड़ा दुश्मन से लिया हुआ है आगे चलकर गलत होता है इसलिए लोगों से हमेशा दूर रहना कार के पीछे दरवाजे से प्रवेश करने की क्षमता हमेशा बनी रहती है इस बात को ध्यान में रखते हुए हर किसी भक्ति सेट करें भक्ति की शक्ति से ही इनकार का नशा होता है सवेदनशीलता आसपास के लोगों को दुख देकर आज तक कोई इंसान सुखी नहीं हो पाया बेहतर रिश्ते आप के विकास की न्यू है CD नहीं CD समझ कर आगे बढ़ना जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित हो सकती है इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि संवेदनशीलता या बनाए रखें जिम्मेदारी दूसरों को दोष देना ऐसा रोग है जिससे जीवन बिखरता जाता है अपना जीवन संवारने के लिए कभी दूसरों को दोष ना दें सुबह के विकास के लिए खुद ही कदम उठाए औरों को दोष देकर आप सिर्फ अपनी गलतियां सकते हैं लेकिन सोए को बदल नहीं सकते किसी घटना में आप बड़ी आसानी से करते हैं कि दोस्त मेरा नहीं सामने वाले का लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोस्त दूसरों में है इस विचार में ही दोस्त हैं आपके जीवन में हुई घटनाओं के लिए आप स्वयं जिम्मेदार है इस आधार पर आत्मा लोकन करें और पुराने का गुण और नए का तकनीक जब दोनों मिलते हैं तब एक तीसरी चीज तैयार होती है बाइट न्यू लाइफ तेजस्वी नया जीवन जीवन में नए बनकर यदि अपने अपने गुणों में कोई बदलाव नहीं किया सिर्फ शक्ल बदल कर अपने आप को सबसे अलग समझा तो आप पुराने जीवन में जी रहे हैं दरअसल विकास पथ पर आप का पुलिया नहीं बल्कि हद ही बदलेगा इसलिए विकास करने के लिए आपको पुराने के गुण तथा 91 के गुणनखंड करने चाहिए लचीली बुद्धि नए बनाना आसान है जब इंसान की लचीली होती आणि की घटना मुद्दे को नए दृष्टिकोण से देख पाना भगवान महावीर एक दिन किसी ने सवाल पूछा ज्यादा सोना अच्छा है या बुरा भगवान महावीर ने जो जवाब दिया दृष्टिकोण को दर्शाता है भगवान महावीर ने जवाब दिया एक बुरा इंसान जिसे समाज में हिंसा फैलती है वह यदि ज्यादा सोता है तो यह अच्छा है क्योंकि जितनी देर बस वही रहेगा उतनी देर समाज और वह खुद ही शौच से मुक्त हो जाएगा एक अच्छा इंसान कम सोए तो ज्यादा अच्छा है क्योंकि वह जितनी देर जागता रहेगा उतनी देर होगा समाज में अहिंसा प्रेम का पाठ पढ़ाएगा किसी जमीन के टुकड़े को अलग-अलग दिशाओं से देख कर अलग अलग नजरिया पैदा करता है लेकिन उसी जमीन के टुकड़े को हेलीकॉप्टर ऊपर से देखने पर पूर्ण सत्य सामने आता है विकास पथ पर चलने की प्रेरणा और गुणों के साथ लेते हुए आइए मानसिक विकास पूर्ण करें.!

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