बदलाव का विरोध.।

जब लोग अपनी बुरी आदतों को पहचान लेते हैं तो उन्हें बदलते क्यों नहीं उनके बदलने का कारण है कि यह जिम्मेदारी कबूल करने से इनकार करते हैं अपनी आदतों को बनाए रखने में उन्हें जो मजा आता है वह बतलाओ के दर्द से ज्यादा होता है उन्हें शायद...।
1● बदलाव की इच्छा की कमी हो.।
2● बदलाव के लिए जरूरी अनुशासन की कमी हो.।
3● अपने आप को बदल पाने की विश्वास में कमी हो.।
4● बदलाव के लिए जरूरी जानकारी की कमी हो.।
यह सारी बातें हमें बुरी आदतों से पीछा छुड़ाने से रोकती है हम सब के पास जाने कहां के बुरे व्यवहार को नजरअंदाज करते हुए हम यह आशा कर सकते हैं कि वह खुद-ब-खुद चला जाएगा यह शतुरमुर्ग का तरीका हुआ या इसका मुकाबला करें इस पर काबू पाए और हमेशा के लिए मिटा दें बेबुनियादी यार और अपने आरामदायक जिंदगी के दायरे से बाहर निकलकर ही आदतों में सुधार किया जा सकता है याद रखिए डायरेक्ट सीखी हुई आदत है और इससे छुटकारा पाया जा सकता है अपनी बुरी आदतों को ना बदलने के काम वाले नीचे लिखे हुए हैं हम लोग हमेशा इसी तरह करते आए हैं हमने इस तरह कभी नहीं किया है यह मेरा काम नहीं है मैं नहीं समझता कि इससे कोई फर्क पड़ेगा मैं बहुत व्यस्त हूं.।

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