मेरे दो भतीजे हैं जिनकी उम्र 12 और 14 साल है उन्हें पेनिस बहुत पसंद है एक दिन उनके पिता ने मुझसे कहा यह खेल बहुत महंगा होता जा रहा है इन बच्चों के लिए रिक्वेस्ट केंद्र लहान की फीस देनी पड़ती है और अब तो इन्होंने एक खोज भी रख लिया है यह सब बहुत महंगा पड़ रहा है तब मैंने उनसे पूछा यह किसी चीज की तुलना में ज्यादा महंगा पड़ रहा है तुम अपने बच्चों को टेनिस खेलना रुकवा सकते हो और कैसे बचा सकते हो लेकिन अगर वह खेलना छोड़ देंगे तो इस स्कूल से घर लौटने पर समय और नैंसी का क्या करेंगे अभी कुछ देर चुपचाप सोचते रहे और फिर बोले मुझे लगता है उन्हें खेलने देता चाहिए यह सस्ता ही पड़ेगा उन्होंने बच्चों को अच्छे रास्ते पर लगाया रखने का महत्व समझ लिया नहीं तो वह बुरी चीजों की तरफ मुझे क्योंकि कुदरत को खालीपन पसंद नहीं यह तो हमारे पास अच्छा होता है या बुरा इन दोनों के बीच निष्पक्ष रास्ता कोई नहीं होता चरित्र का निर्माण करना एक आदत सी बन जाती है अगर हम एक अच्छी बनना चाहते हैं तो हमें अपनी आदतों को गहराई से जाना होगा जो बात कभी-कभी मस्ती करने की वजह से शुरू होती है वही स्थिति दोष या कमी बन जाती है खुद से यह सवाल करें आप अपने काम की क्वालिटी इधर-उधर की बातें और पीछे दूसरों को बुराई करते हैं क्या सहयोग और आपके साथी है या दूसरे मनोभावों को समझने की क्षमता आप में दम है ऐसे कितने ही सवाल हो सकते हैं हम भारतीयों के गुलाम ऐसा होना अच्छी बात है क्योंकि अगर हमेशा कुछ करने से पहले सोचना पड़े तो कुछ भी ठीक से नहीं कर पाएंगे क्योंकि हमारी इतना तो समय ही नहीं होता हम अपनी सोच पर काबू और आप के द्वारा अपने आप को कंट्रोल करते हैं हमें अपने अवचेतन मन की शक्ति का फायदा उठाने की जरूरत है हरियाणा से ही बनना चाहिए ताकि बड़े होने पर हमारे अच्छे चरित्र का निर्माण कर सके जिंदगी की शुरुआत में ही अच्छे विचारों की शुरुआत करने में देर नहीं होती हर अच्छा या बुरा जरूर कुछ ना कुछ आदतों के समय लगता है मगर अच्छी आदतें सीखनी जाए तो जीवन में आशावादी आशावादी होना भी एक आदर्श व्यक्तित्व के सिद्धांत का निशान कोई हम काम या तो सुख पाने के लिए या फिर बचने के लिए करते जब तक नफा-नुकसान से ज्यादा होता है तो उसको जारी रखते हैं मगर नुकसान ना फिर से ज्यादा होने लगता है इस आदत को छोड़ देते हैं मिसाल के तौर पर जब डॉक्टर सिगरेट पीने वाले की सिगरेट पीने से मना करता है तो वह जवाब देता है मैं नहीं छोड़ सकता यह आदत है जिसमें मुझे मजा आता है और वह सिगरेट पीना जारी रखता है यहां मजा दर्द से ज्यादा है और एक दिन वह एक खतरनाक बीमारी का शिकार हो जाता है करता है अगर आप जिंदा रहना चाहते हो तो सिगरेट पीना इसी वक्त बंद कर दीजिए और वह उसी समय सिगरेट पीना छोड़ देता है क्योंकि यहां पर नुकसान नफ़े से ज्यादा है.।
( नमस्कार दोस्तों आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें और जानकारी के लिए फॉलो बटन को क्लिक करें प्लीज.।)
Comments
Post a Comment