बिना उत्सव के कभी कोई बड़ा काम नहीं हुआ उत्सव और सफलता साथ साथ चलती है मगर उत्सव का नंबर पहला है उत्सव आत्मविश्वास को बढ़ाता है आत्म बल को बढ़ाता है वफादारी को बढ़ाता है और यह अमूल्य है उत्साह एक एक से दूसरे में फैलता है किसी व्यक्ति के बात करने चलने और हाथ मिलाने का ढंग से उसके उत्सव को महसूस कर सकते हैं उत्सव एक तरह की आदत है जो अभ्यास से सीखी या अपनाई जा सकती है कई दशक पहले चार्ल्स साफ जिसकी सालाना तनखा वा $1000000 थी एक बार पूछा गया कि क्या वह स्टील बनाने की अपनी विशेष योग्यता की वजह से इतनी तनख्वाह पाता है चांसेस आप ने जवाब दिया मैं लोगों को उत्सव बढ़ाने को अपनी योग्यता मानता हूं और वही मेरे सबसे बड़ी पूंजी है और यही एक महत्वपूर्ण रास्ता है जिंदादिली के साथ जियो बिना उत्सव के जिंदगी मौत से पहले मर जाने के समान है उत्साह और इच्छा व्यक्ति को साधारण से असाधारण की तरफ ले जाती है जिस तरफ सिर्फ 1 डिग्री के फर्क से पानी बाप बन जाता है और बाप बड़े से बड़े इंजन को खींच सकती है उसी तरह उत्साह हमारी जिंदगी के लिए काम करता है कई बार हम महसूस करते हैं कि हमने ज्यादा निकाल लिया है मगर सच्चाई होती है कि हमने बहुत कम ही जमा किया होता है तनाव खराब सेहत आपसी समझ की कमी अविश्वास चिड़चिड़ापन क्रोध बन दिमाग आत्मबल का टूटना असहयोग का व्यवहार कमजोर स्वाभिमान सदैव निराशा या मायूसी जैसे इंसानों को क्या कमी उत्सव एक सच्चा विचार है जो सफलता की ओर ले जाता है हमारा असली मकसद अपने आपको खुद ही खुद पर रीत करना क्योंकि जब लोग कोई काम अपनी वजह और विश्वास से करते हैं ना कि दूसरों की वजह से तो वही सच्चे इंसान होते हैं याद रखेगी विश्वास ही सबसे बड़ी जीत है हमें खुद में यह विश्वास जगाना है कि आप में और अब मन में काम और व्यवहार के लिए हम खुद जिम्मेदार है जब इंसान अपनी जिम्मेदारी कबूल करते हैं तो आपसी संबंध टीम वर्क उत्पादकता और क्वालिटी सभी में सुधार आ जाता है मान्यता देना सम्मान देना काम को रुचिकर बनाना दूसरों की बातों को ध्यान से सुने दूसरों को अच्छे काम के लिए भी चुनौती दे दूसरों की मदद जरुर करें लेकिन जो काम दूसरों को खुद करना है वह उनके लिए ना करें लोग किसी काम को अपनी वजह व विश्वास से करते हैं ना कि दूसरों के लिए तभी उधर से गुजर रही एक छोटी सी बच्ची ने बछड़े के मुंह में बड़े प्यार से अपनी छोटी उंगली डाल दी उसके बाद तो बछड़ा लड़की के पीछे पड़े आराम से कोठरी में चला गया यही बात इंसान पर लागू होती है जिम्मेदारी इंसान की महत्वपूर्ण रास्ता है उत्सव सबसे बड़ा आत्मविश्वास है.।
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