आकर्षण के नियाम

हम जैसी चीजों को अपनी ओर आकषित करते हैं जैसे हम हैं ना कि जिन्हें हम चाहते हैं एक पुरानी कहावत है चोर चोर मौसेरे भाई एक दम सच लगती है गलत सोच वाले लोग खतरनाक होते हैं यह गलत सोच वाले लोगों की अपनी और आकषित करते हैं गलत व्यवहार करते हैं और हमेशा बुरे की कामना करते हैं और इसके लिए यह कभी मायूस भी नहीं होते क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि मेल जोल के किसी अवसर पर सफल लोग दूसरे सफल लोगों को किस तरह अक्षित करते हैं असफल लोग दूसरे असफल लोगों को आकर्षित करते हैं जो साथ मिलकर रोना रोते हैं वह शिकायतें करते हैं हमारे दोस्त भी हमारे जैसे होते हैं ना कि वैसे जैसे हम चाहते हैं.।

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