तैयारी का मतलब है हर को लेना लेकिन हार ना मानना इसका मतलब है बगैर हार मानने हर का सामना करने का हौसला करना अर्थात मन के हारे हार है मन के जीते जीत मायूस तो हो जाना लेकिन हौसला नहीं खोना तैयारी का मतलब है कि अपनी गलतियों से सीख लेना भूल करना गलत नहीं है भूल हम सभी करते हैं बेवकूफ तो वह हैं जो एक ही गलती को दोबारा करता है एक युक्ति जो गलती तो करता है लेकिन उसमें सुधारना करके वह जिस से भी बड़ी भूल करता है किसी भी भूल से निपटने का सबसे अच्छा तरीका जल्दी गलती मान लो उस पर डिनर हो उससे सीख लो उसे दोहराओ मत ना तो बहाने बनाओ और ना दूसरों पर दोष लगाओ.।
तैयारी होने पर तनाव और दबाव दोनों पढ़ते हैं तैयारी प्रैक्टिस और कड़ी मेहनत की जगह दूसरों कुछ और नहीं ले सकता सिर्फ इच्छा और खयाली पुलाव से काम नहीं चलता तैयारी आपको जीतने की बात देगी तैयारी ना होने पर काम का दबाव किसी व्यक्ति को अपाहिज कर सकता है जिस तरह पानी अपनी सतह dubbed लेता है वैसे ही सफलता उन लोगों को पास पहुंच जाती है जिन लोगों ने तैयारी कर रखी है कमजोर कोशिश कमजोर नतीजे दिखाती है.।
(लगातार कोशिश इन सबका नाम है.।)
1एक उद्देश्य
2 एक योजना
3तैयारी
4कीमत
5धैर्य
6प्रेक्टिस
7सिद्धांत
8 गर्भ
9सही नजरिया.
(खुद से पूछें)
1 क्या आपके पास एक साथ उद्देश्य
2 क्या आपके पास मकसद को पाने का कोई प्लान है
3 आप तैयारी के लिए क्या प्रयास करते हैं
4 आप क्या कीमत चुकाने को तैयार हैं इसके लिए आप किस हद तक जाने को तैयार हैं
5 क्या आपके पास पर्याप्त समय गुजर जाने तक का दही रहे
6 क्या आप सबसे अच्छे प्रदर्शक के लिए प्रेक्टिस करने की तैयारी है
7 क्या आप के कुछ निश्चित सिद्धांत है जिन पर आप अटल रह सकें
8 क्या आप अपने काम पर गर्व महसूस करते हैं
9 क्या आपके पास में कर सकता हूं का नजरिया है.।
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