जरा हमारे शरीर को रोजाना अच्छे खाने की जरूरत होती है उसी तरह हमारे दिमाग को भी रोजाना अच्छे विचारों की जरूरत होती है इस वाक्य में मुंह लग जा अच्छा खाना और अच्छे विचार हैं अगर हम सड़ा गला खाना खाएं और अपने दिमाग को घटिया विचारों से पहले तो शारीरिक और दिमाग की दोनों तौर पर हम बीमार हो जाए अपने से रास्ते पर चलने वाले के लिए जरुरी है कि हम अपने दिमाग को सही और अच्छी सोच की खुराक दें लगातार पैकेट्स और प्रदूषण के जरिए हम उन फसलों को समझ सके जो इंसान को कामयाब बनाने है ठीक वैसे ही जैसे की हम बात स्केटबोर्ड खेलना सीखें.।
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