अपनी खूबि कया है

कयाह हम सबमें सफलता पाने की ख़ूबियाँ है?  कुछ लोग ऐसा महसुस करते हैं कि उनमें ऐसी ख़बियाँ नहीं हैं। वे कामचलाऊ और असफल ही बने रहते हैं.लेकिन ऐसा होना ज़रूरी नहीं ह कयोकि हम सबमें सफल होने की ख़ूबियाँ हैं। हो सकता है कि ये ख़ूबियाँ उस स्तर तक विकसित न हुई हों जितनी होनी चाहिए, मगर ये हम सबमें हैं ज़रूर। हम इनसे बेख़बर होते हैं। मगर जब हमें इनका अहसास होता है तब हमारी काम करने कि शकति बढ़ जाती है।
             यह आपके बगीचे में गढ़े ख़ज़ाने की तरह है जिसकी आपको जानकारी नहीं है। आप इसे इस्तेमाल नहीं कर पाएँगे। लेकिन जैसे ही आपको इसका पता चलता है.आपकी सोच और व्यवहार में फ़र्क़ आ जाता है।
           यही बात हम लोगों पर भी लागू होती है। हम सबमें ख़ूबियों से भरा ख़ज़ाना छिपा है। जरूरत इस बात कि हम उन्हें उभारें और व्यवहार में लाएँ।

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