निष्ठ और बुद्धिमता कमिटमेंट बनाने के दो मज़बूत आधार (pillars)हैं। एक मैनेजर दूवारा अपने कही गई बात से यह साफ़ जाहिर होता है,
"निष्ठा का मतलब है कि ऩुकसान होने पर भी आपने कमिटमेंट पूरे करना और बुद्धिमता का मतलब है कि ऐसे मूखतापूण कमिटमेंट न करना।""
ख़ुशहाली और क़ामयाबी हमारे विचारों और फै़सलों का नतीजा होते हैं।यह हमारा अपना फ़ैशला होता है कि किन विचारों को हम अपने उपर हावी होने देंगे। सफलता स़िफ एक संयोग नहीं है, यह हमारे ऩजरिए का नतीजा है।
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